दोस्तों , सेना के कुत्तों द्वारा कई तरह की ड्यूटीज़ की जाती हैं।
भारतीय सेना में कुत्तों की कई नस्लें उनके योग्यता अनुसार शामिल की जाती हैं।
इनमें ज्यादातर लैब्राडोर, जर्मन शेफर्ड, बेल्जियम मालिंस और ग्रेट माउंटेन स्विस डॉग शामिल होते हैं।
सेना के पास फिलहाल 25 फुल डॉग यूनिट और दो हाफ यूनिट हैं।
एक फुल डॉग यूनिट में 24 कुत्ते होते हैं जबकि आधे यूनिट में 12 कुत्ते आते हैं।
कुत्तों द्वारा गार्ड ड्यूटी, पेट्रोलिंग , विस्फोटकों को सूंघना, खाने का पता लगाना ड्रग्स सहित की जाती है।
सेना के प्रत्येक कुत्ते की देखरेख की पूरी जिम्मेदारी एक डॉग हैंडलर की होती है।
डॉग्स को आर्मी में रैंक तो मिलती है, मगर कोई सैलरी नहीं दी जाती हां लेकिन सैलरी से कई ज्यादा डाइट दी जाती है।
सेना के कुत्ते सेवानिवृत्त होने से पहले लगभग आठ साल सेवा में रहते हैं।
सेना के कुत्तों को मेरठ स्थित रिमाउंट एंड वेटरनरी कोर सेंटर प्रशिक्षित किया जाता है।
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